Kanohar Lal Krishan Sahai Inter College कनोहर लाल कृष्ण सहाय इंटर कॉलेज (माध्यमिक शिक्षा परिषद् उ० प्र० द्वारा " ए " ग्रेड प्राप्त विद्यालय )

Introduction

हमारी संस्था ‘कनोहरलाल कृष्णसहाय इण्टर काॅलेज’ की मातृ संस्था ‘वैश्य इण्टर काॅलिज’ का प्रारंभ ‘वैश्य नाइट स्कूल’ के रूप में हुआ था। इसके जन्म-दाता श्री सर सीताराम व श्री गोपीनाथ सिन्हा, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष, मेरठ थे। मास्टर नन्दराम ने इस संस्था को बनाने के लिए अवैतनिक शिक्षण देकर विद्यालय को प्रारम्भ किया और वह धीरे-धीरे प्रगति करता हुआ वैश्य इण्टर काॅलिज के रूप में बढ़ने लगा। काॅलिज के छात्रों और अध्यापकों ने सन् 1942 में स्वतन्त्रता आंदोलन में प्रमुख रूप से भाग लेकर काॅलेज को गौरव प्रदान किया। इण्टर काॅलेज शिक्षा प्राप्त करके कई छात्र देश में अग्रिम उद्योगपति, स्वतन्त्रता सेनानी, शिक्षा-विद्, आई.ए.एस. प्रशासनिक अधिकारी, डाॅक्टर, इंजीनियर, कवि, लेखक आदि बने जिन्होने अपने अपने क्षेत्रों के में अग्रिम स्थान प्राप्त करके काॅलेज की प्रतिष्ठा को उज्जवलित किया है।
सन् 1967 में वैश्य इण्टर काॅलेज के नाम को, प्रदेश सरकार की नीति के अनुसार जाति सूचक शब्द हटाने की मांग के अन्तर्गत, शिक्षा प्रेमी श्री कनोहरलाल जी ने विद्यालय को नवजीवन-दान देकर ‘कनोहर लाल कृष्णसहाय इण्टर काॅलेज’ में बदल दिया। इसके पश्चात् काॅलेज का नया भवन जो हर प्रकार की सुबिधाओं सेे सुसज्जित है, तत्कालीन प्रधानाचार्य श्री वीरेन्द्र स्वरूप रस्तौगी व प्रबन्धक की देख-रेख तथा संरक्षण में बनवाया गया। उत्तर प्रदेश मा0 शिक्षा परिषद द्वारा कला, विज्ञान तथा वाणिज्य वर्गों की मान्यता विद्यालय को प्राप्त है। अनेक राजकीय परीक्षाओं तथा प्रतियोगी परीक्षाओं का केन्द्र स्वरूप सेवा करता हुआ यह विद्यालय अपनी कीर्ति का परचम लहरा रहा है। विद्वान व कत्र्तव्यनिष्ठ शिक्षकवृन्द का योगदान सदैव काॅलेज को समर्पित रहता है।

श्री वीरेन्द्र स्वरूप रस्तौगी जी के सेवानिवृत्ति के पश्चात् विद्यालय में 1 अगस्त 1991 को आयोग से चयनित प्रधानाचार्य डाॅ0 महेन्द्र सिंह त्यागी ने प्रधानाचार्य पद का कार्यभार ग्रहण किया। डाॅ. महेन्द्र सिंह त्यागी के कठोर परिश्रम, लगन व ईमानदारी का ही परिणाम है कि वर्ष 2006 में शिक्षक दिवस के सुअवसर पर देश के महामहिम राष्ट्रपति डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित कर काॅलेज को गौरवान्वित किया। उनके प्रयास स्वरूप आज विद्यालय नगर के सभी विद्यालयों में अपना महत्वपूर्ण तथा अग्रिम स्थान बनाये हुए है।

डाॅ. महेन्द्र सिंह त्यागी की दिनांक 01 जुलाई 2009 को सेवानिवृति होने पर डाॅ0 वीर बहादुर सिंह ने कार्यभार ग्रहण किया, जो एक शिक्षा-विद्व, कर्मठ एवं ईमानदार व्यक्ति हैं। आप अपने अथक परिश्रम से विद्यालय को और अधिक उन्नति के पथ पर ले जाने का भरपूर प्रयास कर रहे हंै। आप अपने सेवाकाल में एन.सी.सी. अधिकारी एवं जिला स्काउट कमिश्नर के रूप में भी प्रशंसनीय कार्य कर चुके हैं। डाॅ. वीर बहादुर सिंह जनपद मेरठ के प्रधानाचार्यों में अपने कार्य एवं व्यवहार के कारण लोकप्रिय हैं, जिसके कारण आप गत 6 वर्षों में उ.प्र. प्रधानाचार्य परिषद्, जनपद मेरठ के जिला अध्यक्ष के उत्तरदायित्वों को पूरी लगन व ईमानदारी से निभा चुके हैं। प्रबन्ध समिति, प्रधानाचार्य एवं समस्त स्टाफ के अथक प्रयासों से विद्यालय का परीक्षा परिणाम उच्च श्रेणी का रहा, इसी कारण माध्यमिक शिक्षा परिषद उ0 प्र0 इलाहाबाद से विद्यालय को गत वर्षो में ‘ए’ श्रेणी का स्थान प्राप्त हो गया है, जिसके परिणाम स्वरूप शिक्षा निदेशक (मा0 शिक्षा) एवं सचिव (मा0 शिक्षा परिषद्) के विद्यालय को निरन्तर बधाई संदेश प्राप्त हुए है।